राजनीतिक संवाददाता द्वार
रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर मुख्यमंत्री निवास में कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। करीब तीन घंटे चली बैठक के बाद यह तय किया गया कि कमजोर परफार्मेंस वाले विधायकों की टिकट काटी जाएगी। कांग्रेस जानकारों का कहना है कि बहुत मुश्किल परिस्थिति में ही किसी विधायक की टिकट कटी गई है। सूत्रों की मानें तो स्क्रीनिंग कमेटी के फैसले पर केंद्रीय चुनाव समिति विचार करेगी, उसके बाद ही विधायकों के टिकट को काटा जाएगा।
इस बात की चर्चा है कि कांग्रेस के 71 विधायकों में से कई विधायकों की टिकट कट सकते हैं। इसमें उनके खराब परफॉर्मेंस को मुख्य वजह मानी जा रही है। वहीं कई विधायकों के सीट भी बदले जा सकते हैं। इनमें धनेंद्र साहू अभनपुर, संतराम नेताम केशकाल, अमितेष शुक्ल राजिम, विकास उपाध्याय रायपुर पश्चिम, शैलेश पांडे बिलासपुर, विक्रम मंडावी बीजापुर आदि शामिल हैं।
ऐसे पार्टी के वरिष्ठ विधायकों की सीट पर कोई परिवर्तन नहीं करने पर सहमति बनी है। विधानसभा के उपाध्यक्ष संतराम नेताम का केशकाल, धनेंद्र साहू का अभनपुर, रामपुकार सिंह का पत्थलगांव, अरुण वोरा का दुर्ग शहर, अमितेष शुक्ल का राजिम, लखेश्वर बघेल का बस्तर और दलेश्वर साहू का डोंगरगांव से नाम फाइनल माना जा रहा है। विकास उपाध्याय को रायपुर पश्चिम, शैलेश पांडे को बिलासपुर, विनोद चंद्राकर का महासमुंद, विक्रम मंडावी को बीजापुर सीट से टिकट तय माना जा रहा है
इन नामों पर बनी सहमति :मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पाटन, उपमुख्यमंत्री टीएस सिहंदेव अंबिकापुर, विधानसभा अध्यक्ष डा चरणदास महंत सक्ती, ताम्रध्वज साहू- दुर्ग ग्रामीण, रविंद्र चौबे- साजा, मोहम्मद अकबर- कवर्धा, डा. शिव डहरिया- आरंग, गुरु रुद्रकुमार-नवागढ़, जय सिंह अग्रवाल- कोरबा, अनिला भेडिया- डौंडी लोहारा और मोहन मरकाम को कोंडागांव से टिकट देने पर सहमति बन गई है। मंत्री उमेश पटेल, कवासी लखमा का कोटा और अमरजीत भगत का सीतापुर से नाम फाइनल माना जा रहा है।